चलो घूमकर आएं

Thursday, November 10, 2011

वैसे तो घूमना हर किसी को अच्छा लगता है, लेकिन घूमने के लिए बच्चे अधिक उत्साहित होते हैं। प्रदेशभर में घूमने के लिए एक से एक टूरिस्ट स्पॉट हैं, लेकिन नए टूरिस्ट स्पॉट की बात करें तो प्रदेश की राजधानी में अभी हाल ही में ‘सैर सपाटा’ टूरिस्ट स्पॉट मप्र पर्यटन विकास निगम की ओर से डवलप किया गया है। यहां पर बच्चों के मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए कई स्पॉट डवलप किए गए हैं।

सैर सपाटा एरिया 24 एकड़ में फैला खूबसूरत मनोरंजन केन्द्र है। इसे डवलप करने में लगभग 11.5 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। यहां पर बच्चों से लेकर हर एक वर्ग को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग जोन डवलप किए गए हैं। इसके बारे में प्रोजेक्ट के आर्किटेक्ट मिलिंद जुमड़े बताते हैं कि यह प्रोजेक्ट उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। पूरी मेहनत और लगन के साथ उन्होंने लोगों की रुचि को ध्यान में रखते हुए पूरे प्रोजेक्ट को डिजाइन किया है।

आकर्षण केन्द्र सस्पेंसन ब्रिज-
देश का पहला केबल सस्पेंसन यहां तैयार किया गया है। 500 फिट लंबे और 12 फिट चौड़े ब्रिज को बनाने में लगभग 3.5 करोड़ रुपए खर्च हुए। रात में ब्रिज पर चलने का अलग ही आनंद है। इसमें लगी एलईडी लाइट अलग ही अनुभव देती है।

सैर सपाटा जंक्शन-
बच्चों के लिए सबसे अधिक आकर्षण का केन्द्र यहां चलने वाली वाटिक एक्सपे्रस है। पारंपरिक डिजाइन में तैयार की गई इस रेलगाड़ी में बैठने का अलग ही आनंद है। ट्रेल लगभग 1 किलोमीटर के ट्रेक पर घूमती हुई सैर सपाटा जंक्शन पर पहुंचती है। इस एक किमी के ट्रेक पर थोड़ी-थोड़ी दूर पर भोजपुर, सांची, मांडू, खजुराहो, पचमढ़ी नाम से स्टेशन भी बनाए गए हैं। ट्रेन में 40 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। जंक्शन से रवाना होने से पहले टीसी वाकायदे यात्रियों की टिकट भी चेक करता है।

फूड जोन-
चार हजार स्वायर फिट एरिया में अलग-अलग जगह पर फूड जोन और फूड कियोस्क बनाए गए हैं, जहां पर लोग अपने पसंद की डिश, स्नैक्स, पेय पदार्थ ले सकते हैं। वेज और नॉनवेज दोनों तरह फूड यहां उपलब्ध है।

चिल्ड्रन पार्क-
बच्चों की रुचि और पसंद को ध्यान में रखते हुए चिल्ड्रन पार्क भी डवलप किया गया है। यहां पर उनके लिए झूला, पार्क, फिसलपट्टी सहित अन्य खेलकूद की गतिविधियों को शामिल किया गया है।

नेचर ट्रेल-चार एकड़ जंगल में नेचर ट्रेल को बनाया गया है। इस हरे-भरे जंगल में मोर, गौरैया सहित अन्य पक्षी और तितलियां देखने को मिलती हैं। प्राकृतिक हवा और कुदरती जीव-जन्तुओं को देखने और महसूस करने का मौका भी सैलानियों को मिलता है।

 म्यूजिकल फाउंटेन-
म्यूजिक की धुनों पर फुहारे बिखरते हुए फाउंटेन को देखने का भी अलग मजा है। इस फाउंटेन की सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी इंस्टूमेंटल सीटी या म्यूजिक पर चलता है। इसका एक शो 25 मिनट तक चल सकता है।

व्यू प्वांइट-
चार अलग-अलग ग्लास व्यू प्वांइट बनाए गए हैं। जहां पर खड़े होकर आप प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठा सकते हैं। यहां पर खड़े होकर आप स्वयं को प्रकृति के बेहद करीब पाएंगे।

ग्लास व्यू-
पूर्णत: ग्लास से बने ग्लास व्यू रेस्टोरेंट में आपको अलग अनुभव होगा। यहां पर बैठकर आपको ऐसा लगेगा कि आप पानी के अंदर बैठे हुए हैं। लेमिनेटेड कांच के फ्लोर पर बैठकर आप तालाब की लहरों और जीव-जन्तुओं को देख सकते हैं। इसके नीचे बहने वाला झरना और एलईडी लाइट के खास अनुभव देगा।

पैडल बोट-
बोट क्लब की तर्ज पर यहां पर भी पैडल बोट चलाई जा रही हैं। भदभदा के प्रेमपुरा घाट में डवलप यह जोन बच्चों और युवाओं के लिए रोमांच का केन्द्र है। लहरों के साथ और प्रकृति के गोद में अठखेलियां करने का अपना अलग ही महत्व है।

शुरू होगा ट्रेडीशनल जोन-
मप्र की कला संस्कृति को ध्यान में रखते हुए आने वाले समय में ट्रेडीशनल जोन भी शुरू किया जाएगा। इसमें मप्र के अलग-अलग हिस्सों में मिलने वाला पारंपरिक भोजन का लुत्फ उठाने का मौका भी लोगों को मिलेगा। इतना ही नहीं यहां पर प्रदेश के पारंपरिक परिधानों में सजे व नृत्य करते लोगों को देखने का भी मौका लोगों को मिलेगा। इसके साथ ही प्रदेश के कलाकारों द्वारा निर्मित किए गए आर्ट वर्क भी पर्यटक देख सकेंगे।


 'सैर सपाटा डवलप करने का मुख्य उद्देश्य लोगों को नया पिकनिक स्पॉट उपलब्ध कराना था। यही वजह है कि यहां पर अलग और वर्ल्ड क्लास स्पॉट डवलप किए गए हैं।'
पंकज राग,  एमडी, मप्र पर्यटन विकास निगम


शहर के अन्य आकर्षण-
बोट क्लब
वन विहार
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय
राज्य संग्रहालय
रेनवो ट्रीट
केरवा

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